विश्व महासागर दिवस-
विश्व महासागर दिवस 8 जून को मनाया जाता हैं। इसको मनाने का मुख्य उद्देश महासागरों का महत्व और इससे जुड़ी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना हैं।
स्पंदन अभियान-
हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए “स्पंदन” अभियान शुरू किया हैं। इस अभियान छत्तीसगढ़ पुलिश कर्मियों की आत्महत्या और भ्रातृघात को कम करने के लिए शुरू किया गया हैं।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस-
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस प्रतिवर्ष 7 जून को मनाया जाता हैं। इसको मानने का मुख्य उद्देश विभिन्य खाद्य पदार्थो से होने बाली बीमारियों और उनसे बचाओ के प्रति लोगों को जागरूक करने हैं।
विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस-
विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस 8 जून को प्रतिवर्ष मनाया जाता हैं।
AFC महिला कप की मेजबानी-
2020 में होने बाले एशियाई फुटबॉल महासंघ (Asian Football Confederation) की मेजबानी भारत करेगा। इसकी पुष्टि 5 जून को एशियाई फुटबॉल महासंघ ने की हैं।
रूसी भाषा दिवस-
6 जून को प्रतिवर्ष रूसी भाषा दिवस मनाया जाता हैं। इसकी शुरुवात 2010 में यूनेस्को की गयी थी।
COVID-19 से लड़ने के लिए G20 देशों ने कितने बिलियन अमेरिकीय डालर देने की घोषणा की-
6 जून 2020 को आयोजित हुई G20 देशों की मीटिंग में G20 देशों ने COVID-19 से लड़ने के लिए 21 बिलियन अमेरिकीय डॉलर की घोषणा की हैं। तथा इस दुनिया भर में COVID-19 की वजह से आयी आर्थिक मंडी से निपटने के लिए 5 ट्रिलियन अमेरिकीय डॉलर की घोषणा की हैं।
CSIR-SRTP-2020 इंटर्नशिप का आयोजन-
नॉर्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (NEIST) द्वारा एक राष्ट्रव्यापी सीएसआईआर-समर रिसर्च ट्रेनिंग प्रोग्राम (CSIR-SRTP-2020) का आयोजन किया जाएगा। COVID-19 महामारी के परिणामस्वरूप देश के अकादमिक क्षेत्र में उत्पन्न गतिरोध को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। ग्रीष्मकालीन अनुसंधान प्रशिक्षण कार्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया जाएगा और इसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की 38 प्रयोगशालाओं के संकायों और आकाओं के माध्यम से कार्यान्वित किया जाएगा। कार्यक्रम की घोषणा सीएसआईआर-एनआईईएसटी के निदेशक डॉ. जी नरहरि शास्त्री ने की।
‘सुमेरू पैक्स’ उपकरण लॉन्च-
रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) ने सुमेरू पैक्स उपकरण लॉन्च किया है। सुमेरू पैक्स उपकरण व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण पहनने वाले व्यक्ति (PPE) को पसीने को कम करके आरामदायक महसूस करने में मदद करता है। DRDO के अधिकारियों ने पाया कि अगर वे 30 से 45 मिनट से अधिक समय तक पीपीई कवरल पहनते हैं तो डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ असहज हो जाते हैं। प्रतिक्रिया के आधार पर उपकरण विकसित किया गया है जो वजन में 500 ग्राम है और बैकपैक के रूप में पहना जाता है। डिवाइस एक फिल्टर की मदद से बाहरी हवा को खींचता है और सामने की ओर खुलने से नम हवा बाहर जाती है जिससे गर्दन और सिर का क्षेत्र ठंडा रहता है।
‘ मलासुर- द डेमन ऑफ डिफेका ‘ टूलकिट-
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने मल युक्त गाद के निपटान पर एक संचार अभियान के लिए टूलकिट भी जारी की जिसका शीर्षक है मलासुर- द डेमन ऑफ डिफेका और इसका उद्देश्य मल युक्त गाद की जोखिम धारणा को सही ढंग से रेखांकित करना है। बीबीसी मीडिया एक्शन के सहयोग से संकल्पित और डिजाइन की गई इस टूलकिट में अंग्रेजी के साथ 10 भारतीय भाषाओं में व्यापक रचनात्मक सामग्री है।